The 5-Second Trick For treatment of piles in female
Wiki Article
ज्यादा गंभीर हालात में चिकित्सक की सलाह लेना जरूरी होता है।
शरीराच्या वेगवेगळ्या भागात होणाऱ्या वेदना कोणत्या आजाराचे संकेत देतात?
यदि उपचार की पहली पंक्ति काम नहीं करती है, तो कौन सा उपचार काम करेगा?
यदि घरेलू उपायों से राहत न मिले या रक्तस्राव और दर्द बढ़ जाए तो चिकित्सक से संपर्क करें।
अत्यधिक दर्द हो तो डॉक्टर द्वारा सुझाई गई पेनकिलर (दवा) ले सकते हैं।
इसबगोल, त्रिफला जैसी प्राकृतिक चीज़ें कब्ज़ से राहत देने में मददगार हैं।
शतावरी: गुदा की नसों को मजबूत बनाती है और खून आना रोकती है।
आंतरिक पाइल्स को उनकी गंभीरता के आधार पर वर्गीकृत किया जाता है जिस हद तक वे गुदा से बाहर निकलते हैं। ग्रेडिंग सिस्टम इस प्रकार है:
अश्वगंधा: शरीर को ऊर्जा प्रदान here करती है और सूजन को कम करती है।
शौचालय स्वच्छता : बिडेट का उपयोग या पानी के साथ पेरिअनल क्षेत्र की सफाई की सिफारिश की जाती है। यह गुदा क्षेत्र को सूखा रखेगा और संक्रमण की संभावना को कम करेगा
इन लक्षणों को बिल्कुल भी नजरंदाज ना करें। जल्द से जल्द डॉक्टर के पास जाकर पाइल्स का इलाज कराएं।
यह भी पढ़ें: बवासीर के सर्वोत्तम उपचार विकल्प
पाइल्स या बवासीर सूजे हुए रक्त वाहिकाएं और ऊतक हैं जो मलाशय के अंदर या गुदा के आसपास की त्वचा के नीचे होते हैं। आबादी का एक तिहाई हिस्सा बवासीर के कारण होने वाले लक्षणों से पीड़ित है। यह स्थिति ४५-६५ वर्ष की आयु के लोगों में आम है।
नियमित रूप से वॉकिंग, योग या साइकलिंग जैसी हल्की कसरत करने से डाइजेशन बेहतर होता है और कब्ज की समस्या नहीं होती, जिससे पाइल्स का खतरा घटता है.